स्वदेशी कार निर्माता कंपनी Mahindra & Mahindra भारतीय बाजार की एक सफल कार निर्माता कंपनी है। लेकिन यह सफलता पाने के लिए कंपनी ने एक लंबा सफर तय किया है। इस सफर के दौरान कंपनी को कुछ असफलताओं का भी सामना करना पड़ा है। यहां हम आपको बताने जा रहे हैं, Mahindra की तीन असफल कारों के बारे में, जो ग्राहकों को अपनी ओर नहीं खींच पाईं।
Mahindra Quanto
Mahindra Quanto की बात करें तो इसकी सबसे बड़ी कमी इसके लुक्स को लेकर थी, जो बहुत ही भ्रामक था। Mahindra ने इस कार को कंपनी ने साल 2012 में एक मिनी एसयूवी के तौर पर लॉन्च किया था। कंपनी ने इस कार को अपनी Xylo MPV के प्लेटफॉर्म पर ही बनाया था। Mahindra Quanto मूल रूप से एक सब-4-मीटर कार थी।
इस कार को कंपनी ने शहरी खरीदारों को लक्ष्य बनाकर उतारा था, जो एक उच्च सवारी वाहन चाहते थे और साथ ही उसकी कीमत भी अत्यधिक किफायती हो। कंपनी ने इस कार को 1.5-लीटर डीजल इंजन के साथ बाजार में उतारा था, जो 100 बीएचपी की पावर प्रदान करता था।
Mahindra Verito Vibe
इस बात की आशंका है कि आपने इस कार के बारे में सुना न हो। इसमें आपकी कोई गलती नहीं है, क्योंकि Mahindra Verito Vibe बाजार में महज 5 सालों तक ही रही। कंपनी ने इसे साल 2013 में लॉन्च किया था और Verito Vibe एक सब-4m हैचबैक थी, Mahindra Verito सेडान पर आधारित थी।
इस कार को Chevrolet Sail-UVA और Toyota Etios Liva के साथ मुकाबला करने के लिए उतारा गया था, लेकिन असल में यह कार एक अच्छी प्रतियोगी नहीं बन पाई और बिक्री चार्ट पर यह काफी नीचे रही। इस हैचबैक को सिर्फ एक 1.5-लीटर डीजल इंजन के साथ उतारा गया था, जो केवल 65 बीएचपी की पावर देता था।
Mahindra e2o
एक ओर जहां अब भारत में इलेक्ट्रिक कारों का चलन तेजी से बढ़ रहा है, वहीं साल 2013 में Mahindra अपनी एक इलेक्ट्रिक कार लेकर आई थी जिसे उसने Mahindra e2o के नाम से उतारा था। Mahindra e2o एक टू-डोर, फोर-सीटर हैचबैक थी, जो ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन, मोबाइल एप्लिकेशन जैसे फीचर्स के साथ उतारी गई थी।
कंपनी का दावा था कि यह कार 120 किमी तक की रेंज प्रदान कर सकती है, हालांकि यह बात साफ थी कि साल 2013 में यह कार अपने समय से काफी आगे की थी, जिसके चलते इसकी बिक्री कुछ खास नहीं हुई। बिक्री कम होने की एक वजह इसकी कम रेंज भी थी।